“Shree Shyam Sundar Goswami ji”(Shyam Ji)
Shyam Ji serving “Shri Radha Nam Prachar Sewa” And “Shri ManMadhvaGaudiya Sampraday Prachar” over the world.
The Official Global Public Page of SHREE SHYAM SUNDAR GOSWAMI JI(SHYAM JI), whose Ashram is in Barsana Dham village of India.
Shri Madhva Sampraday Pracharak
Descendants of ” Shri Narayan Das Goswami”
श्रीमन्माध्वगौडेश्वराचार्य श्री श्यामसुन्दर गोस्वामी जी महाराज का जन्म श्रीमन्माध्वगौडेश्वराचार्य महामहिम ब्रजाचार्य श्रीलनारायण भट्ट गोस्वामी जी महाराज(नारदावतार) के शिष्य श्री नारायण दास गोस्वामी जी महाराज के वंश में ब्राह्मण कुल में विक्रम सम्वत २०५४ चैत्र कृष्ण पक्ष द्वादशी शनिवार (५ अप्रैल १९९७) को हुआ. श्रील नारायण भट्ट गोस्वामी जी द्वारा श्री धाम बरसाना में श्री लाडिलीलाल जू महाराज का दिव्य श्रीविग्रह का प्राकट्य सम्वत १६२६ में आषाड शुक्ल द्वितीया को श्री ब्रह्मांचल पर्वत पर हुआ और आज उनके शिष्य श्री नारायण दास गोस्वामी जी के वंशज बरसाना मन्दिर में श्री जी के पुजारी हैं.
श्याम जी को शुरू से ही संतो का संग मिला एवं उनके दादा जी श्री रामभरोसे गोस्वामी जो श्री राधा रानी मन्दिर बरसाना के मुखिया जी हैं उनकी पूर्ण कृपा श्याम जी पर रही है और आज उन्ही के आशीर्वाद से श्री जी के चरण सेवक है और श्री राधा नाम प्रचार में अग्रसर हैं.
श्याम जी श्रीमन्माध्वगौडीय सम्प्रदाय के अनुयायी है जिसके प्रवर्तक श्री माधवाचार्य जी है और इस सम्प्रदाय के तिलक का विवरण इस प्रकार है
गोपीचन्दन द्वारा श्री ठाकुर जी के चरणों में साष्टांग प्रणाम और हस्त उनके चरणों की तरफ माथे पर तिलक किया जाता है और तिलक के मध्य लाल रंग की वृत्तीय बिंदी धारण की जाती है जो श्री जी का प्रतीक है एवं होम हवन करने वाले बिंदी के ऊपर हवन की वभूति से एक रेखा खीचते हैं.