कन्हैया तेरी फिर-फिर जात सगाई
कन्हैया तेरी, ओ हो रे, कन्हैया तेरी, फिर-फिर जात सगाई
सो लाला तेरी, फिर–फिर जात सगाई।
बरसाने वृषमानु-नंदिनी, बरसाने वृषमानु–नंदिनी, वहाँ तेरी बात चलाई
देखत सुनत तेरे अवगुन, अरे देखत सुनत तेरे अवगुन,
उन फेरे बामन नाई ||
सो लाला तेरी —–
दूध दही घर में बहुतेरा, दूध दही घर में बहुतेरा, माखन और मलाई
खा ले पी ले और लुटा ले, खा ले पी ले और लुटा ले,
चोरी छोड़ कन्हाई ||
सो लाला तेरी —–
कन्हैया तेरी, फिर–फिर जात सगाई ||